Amul vs Aavin: कर्नाटक के बाद तमिलनाडु में विवाद में उलझे दूध के ब्रांड्स? जानें एक और ‘मिल्क वार’ की वजह?

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तमिलनाडु में 1981 से डेयरी सहकारी समितियां काम कर रही हैं। आविन के अंतर्गत लगभग 9,673 सहकारी समितियां ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही हैं। ये समितियां लगभग 4.5 लाख सदस्यों से प्रति दिन 35 लाख लीटर दूध खरीदती हैं।