इसी वर्ष गठित केबीनोज वेलफेयर सोसाइटी की वार्षिक आम सभा का आयोजन दिनांक 14 दिसंबर को केबीनोज परिसर में आयोजित किया गया। इस आम बैठक में लगभग 200 सदस्यों ने भाग लिया। यह पहला अवसर था जब इतनी बड़ी संख्या में केबीनोज को लेकर फ्लैट्स खरीददार और केबीनोज सोसाइटी में निवास कर रहे फ्लैट धारक एक साथ अपनी समस्याओं के प्रति जागरूक नज़र आए। यह आयोजन इस मामले में अनूठा था कि आयोजन समिति और अन्य सदस्य आमने सामने बैठने की बजाय एक साथ बैठे हुए थे। सोसाइटी के महासचिव और आयोजन समिति के प्रमुख श्री अजीत कुमार झा का कहना था हम सब अपनी अपनी समस्याएं बताएं और उन समस्याओं के निदान के लिए सदस्यों के सुझाव नोट करें और सदस्यों की राय जाने कि हमें केबीनोज की समस्याओं के लिए क्या रास्ता अपनाना चाहिए। आरम्भ में सोसाइटी के अध्यक्ष श्री अजय तोमर ने सभी सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने एन सी एल टी में चल रहे कोर्ट केस के संबंध में जानकारी दी और तीन प्रस्तावो को सदस्यों के सामने रखा। श्री तोमर ने केबीनोज में चल रहे कार्य पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा बिल्डर किसी तरह से समय को खींच रहा है। IRP में प्रोजेक्ट जाने के बाद स्थिति और खराब हुई है। सबसे बुरी हालत लिफ्ट्स की है। सभी टावर्स में एक एक लिफ्ट्स चलती है वह भी बार बार खराब रहती है। रेजिडेंट्स को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। एन सी एल टी द्वारा नियुक्त IRP ने रेजिडेंट्स की समस्या या जो लोग एन सी एल टी नहीं गए उनकी समस्याओं के बारे में कुछ भी नहीं किया। एन सी एल टी में केस की अगली सुनवाई अगले सप्ताह है। फैसला आने पर हमें विचार करना है कि यदि आवश्यक हुआ तो हमें लीगल एक्शन पर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने बिजली और IGL गैस पाइप लाइन की प्रगति पर जानकारी दी, जिसका कार्य प्रगति पर है।
बैठक में आए अनेक सदस्यों ने अपने विचार रखे और सुझाव भी दिए। वक्ताओं में श्री आलोक अग्रवाल, श्री मुकेश गुप्ता, श्री पंकज सिंह, श्री बृजमोहन कथूरिया, श्री कल्याण देव त्यागी, श्री एम आर नवानी, एडवोकेट पंकज कुमार, एडवोकेट नीरज भारद्वाज, श्री बी के भट्ट, श्री सुंदर सिंह भंडारी, सुश्री आस्था जैन, एडवोकेट रामकिशन शामिल थे। सभी के वक्तव्यों में बिल्डर के प्रति भारी आक्रोश था साथ ही निराशा भी झलक रही थी। उनके वक्तव्यों का सार इस प्रकार से है- पढ़े लिखे लोगों के साथ बिल्डर ने धोखा किया। केंद्रीय भंडार निगम जैसे संस्थान का नाम दुरुपयोग कर लोगों से मोटी रकम वसूली और एक स्केलटन खड़ा कर दिया। निवेशकों को अंधेरे में रखा गया। निवेशकों से उगाही गई राशि को प्रोजेक्ट में नहीं लगाया गया। टावर्स की जो स्थिति बन गई है बिल्डिंग जर्जर नजर आने लगीं हैं। 10-20 सालों में टावर्स धराशाई हो सकते हैं। इस प्रोजेक्ट की ऑडिटिंग और टेक्निकल इंस्पेक्शन करवाने का सुझाव भी इस बैठक में रखा गया। बिल्डर ने निवेशकों के धन को प्रोजेक्ट में नहीं लगाया। इसका भी ऑडिट किया जाना चाहिए। कुछ सदस्यों का सुझाव था कि बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR दर्ज करवानी चाहिए। इस सोसाइटी में अपने खून पसीने की कमाई लगाने वाले लोग जो सेवानिवृति के बाद 10-12 साल से फ्लैट पाने की उम्मीद में हैं ताकि वृद्धावस्था को सम्मान पूर्वक जी सकते लेकिन बिल्डर ने सभी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कई फ्लैट बायर्स में बताया फ्लैट न पाने पर समाज में उनकी प्रतिष्ठा भी गिरी कि समझदार होते हुए कहां पैसा गंवा बैठे, साथ ही चिंता के कारण उनका BP और शुगर बढ़ गया है। कुछ फ्लैट बायर्स ने बताया कि बिल्डर ने एक एक फ्लैट कई कई लोगों को बेच दिए। उन्हें न फ्लैट मिला न रकम। एक वक्त ने बताया कि उसने सहमति पत्र के अनुसार पूरी राशि दी हुई है फिर भी उसको नोटिस भेजा गया है कि वे 30 लाख और जमा करवाएं। एक सुझाव यह भी था कि केबीनोज वेलफेयर सोसाइटी को मेंटेनेंस अपने हाथ में ले लेना चाहिए। वक्ताओं ने यह मत भी व्यक्त किया कि बिल्डर और IRP की मिली भगत लगती है कि किसी न किसी कारण से डेट पर डेट बढ़ाई जा रही है। इस बात पर भी चर्चा हुई कि बिल्डर ने कुछ छद्म संस्थाएं बनाई हुई हैं जिनके लेटर पैड का वह दुरुपयोग करता है। सर्वाधिक रोष मेंटेनेंस को लेकर था। लिफ्ट्स इतनी खराब हैं कि सोसाइटी में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। फ्लैट्स के निर्माण में घटिया सामग्री लगाना, अपने फ्लैट्स में जो लोग आते हैं उनसे वेलकम चार्ज लेना, फ्लैटियर्स के आने या जाने के समय एक ही लिफ्ट से कम लेना, फ्लैट्स तैयार करने के लिए बाह्य ठेकेदारों को प्रवेश न देना, कमीशन लेना जैसे विषयों को भी उठाया गया।
बैठक के अंत में केबीनोज वेलफेयर सोसाइटी के महासचिव श्री ए के झा ने सदस्यों द्वारा उठाई गई विभिन्न जिज्ञासाओं का एक एक कर उत्तर दिए। उन्होंने बताया कि केबीनोज वेलफेयर सोसाइटी को गठित हुए अभी बहुत कम समय हुआ है लेकिन सोसाइटी की टीम एकजुट होकर कम कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कबीनोज अपार्टमेंट्स में केबीनोज वेलफेयर सोसाइटी एक मात्र संगठन है जिसमें सर्वाधिक सदस्य हैं। यह सोसाइटी पारदर्शिता के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आज की उपस्थिति ने साबित कर दिया कि अब हम बिल्डर की मनमानी नहीं चलने देंगे। उन्होंने उपस्थित सदस्यों से उनका साथ देने के लिए समर्थन मांगा सभी ने हाथ उठाकर समर्थन दिया कि आपके हर प्रस्ताव पर हम आपके साथ हैं।
श्री झा ने पूछा क्या आवश्यकता पढ़ने पर सुप्रीम कोर्ट में केस ले जाया जा सकता है, एक दो लोगों चिंता जताई कि कोर्ट में न जाने कितना समय लग जाय? कुल मिलाकर सभी सदस्यों ने हाथ उठाकर अपना समर्थन दिया। उन्होंने समर्थन के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।
बैठक समाप्ति से पहले कार्यक्रम के संयोजक पार्थसारथि थपलियाल ने केबीनोज वेलफेयर सोसाइटी की कार्यकारिणी के सभी सदस्यों का परिचय कराया और बैठक में आए सभी सदस्यों के प्रतिभागिता की सराहना की तथा आभार व्यक्त किया।
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